आने वाले समय में भारतीय शेयर बाजार नई ऊंचाइयों को छू सकता है।(SENSEX) सेंसेक्स और निफ्टी ने हाल ही में रिकॉर्ड बनाए हैं, और यह तेजी भविष्य में जारी रहने की उम्मीद बताइ जा रही है विशेषज्ञ यह मान रहे हैं कि निकट भविष्य में (SENSEX) सेंसेक्स 1,00,000 के स्तर तक पहुंच सकता है। आइए जानते हैं, विशेषज्ञ इस बारे में क्या सोच रहे हैं और किन कारणों से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि सेंसेक्स इस आंकड़े को पार करेगा?

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(SENSEX) सेंसेक्स 1,00,000: भविष्य में लक्ष्य कितना निकट?

भविष्य में (SENSEX) सेंसेक्स 85,000 के बाद 1,00,000 के स्तर को छू सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर बाजार की मौजूदा रफ्तार बरकरार रही तो (SENSEX) सेंसेक्स जल्द ही इस लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। Bigul के सीईओ अतुल पारेख भविष्यवाणी करते हैं कि 1,00,000 का आंकड़ा अब बहुत दूर नहीं है। उनका मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत संकेत, वैश्विक बाजार में सुधार और विदेशी निवेश में वृद्धि, इस लक्ष्य तक पहुंचने में मददगार साबित हो सकते हैं

कुछ विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2025 की शुरुआत तक(SENSEX) सेंसेक्स 1,00,000 के स्तर को पार कर सकता है। वहीं, कुछ अन्य का मानना है कि इस लक्ष्य को हासिल करने में कुछ साल का वक्त लग सकता है। हालांकि, यह सुनिश्चित है कि यदि बाजार की स्थिरता बनी रही, तो यह आंकड़ा जल्द ही पार किया जा सकता है।

भारतीय शेयर बाजार में भविष्य की संभावनाएं

आने वाले समय में भारतीय शेयर बाजार की तेजी के पीछे कई प्रमुख कारण होंगे:

मजबूत आर्थिक प्रोजेक्शन: भविष्य में भारतीय अर्थव्यवस्था और भी मजबूत हो सकती है।। IMF और वर्ल्ड बैंक के सकारात्मक अनुमानों के चलते निवेशकों का भरोसा और बढ़  सकता है।। यह तेजी (SENSEX) सेंसेक्स को आगे बढ़ाने में मदद कर सकती है।”

वैश्विक बाजार में सुधार: वैश्विक स्तर पर बाजार में सुधार हो सकता है, जिससे भारतीय बाजार को सकारात्मक समर्थन मिल सकता है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती का सकारात्मक प्रभाव बाजार पर पड़ सकता है। और विदेशी निवेश में वृद्धि हो सकती है।

घरेलू निवेशकों की हिस्सेदारी: आने वाले समय में घरेलू निवेशकों की हिस्सेदारी में और भी इजाफा होने की संभावना है। इस बढ़ती हिस्सेदारी से बाजार में लिक्विडिटी बनी रहेगी और (SENSEX) सेंसेक्स को नई ऊंचाइयों तक ले जाया जा सकता है।

नीतिगत सुधार: भविष्य में सरकार द्वारा किए गए नीतिगत सुधार भी बाजार की दिशा तय करेंगे। इनमें आर्थिक नीतियों में बदलाव और इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश शामिल हो सकता है, जो बाजार के लिए लाभकारी हो सकता है।

विशेषज्ञों की राय

अतुल पारेख का मानना है कि आने वाले समय में अगर विदेशी निवेश और सकारात्मक वैश्विक माहौल बना रहता है, तो (SENSEX) सेंसेक्स 1,00,000 का आंकड़ा पार कर सकता है।

वहीं, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि इस लक्ष्य को हासिल करने में थोड़ा अधिक समय लग सकता है। उनका मानना है कि (SENSEX) सेंसेक्स को 1,00,000 के स्तर तक पहुंचने में 2-3 साल का वक्त लग सकता है, लेकिन यह निश्चित है कि बाजार की स्थिरता बनी रही तो यह लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।

भविष्य की चुनौतियां

हालांकि, यह भविष्यवाणी उत्साहजनक है, लेकिन शेयर बाजार में कुछ चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है:

वैश्विक अस्थिरता: अगर वैश्विक बाजार में अस्थिरता बढ़ती है, तो इसका सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर पड़  सकता है। वैश्विक मंदी या जियोपॉलिटिकल संकट से (SENSEX) सेंसेक्स की गति धीमी पड़ सकती है।

मुद्रास्फीति और ब्याज दरें: भविष्य में अगर भारत में मुद्रास्फीति बढ़ती है या ब्याज दरों में वृद्धि होती है, तो बाजार में गिरावट का खतरा बन सकता है।

सरकारी नीतियों का प्रभाव: सरकार द्वारा किए जाने वाले नए नीतिगत निर्णय भी बाजार को प्रभावित करेंगे। अगर कोई बड़ा सुधार आता है, तो इसका सकारात्मक असर दिख सकता है, लेकिन नकारात्मक नीतियों का बाजार पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।

निवेशकों के लिए सुझाव

भविष्य में निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए। शेयर बाजार में निवेश हमेशा जोखिमों के साथ आता है, इसलिए किसी भी निवेश से पहले अपनी वित्तीय स्थिति का आकलन करना जरूरी होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि दीर्घकालिक निवेशक बाजार में आने वाले उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहें और सही समय पर निर्णय लें।

निष्कर्ष

आने वाले समय में भारतीय शेयर बाजार में तेजी जारी रह सकती है। (SENSEX) सेंसेक्स के 85,000 के स्तर को पार करने के बाद, 1,00,000 का आंकड़ा अब दूर नहीं लगता। अगर वैश्विक और घरेलू बाजार के हालात अनुकूल रहे, तो (SENSEX) सेंसेक्स 2025 तक यह लक्ष्य हासिल कर सकता है।

हालांकि, शेयर(share) बाजार में निवेश करने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति और जोखिम सहनशीलता का ध्यान रखें। शेयर बाजार में जोखिम हमेशा बना रहता है, इसलिए निवेश करते समय विशेषज्ञों से सलाह लेना उचित होता है।

इस ब्लॉग में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। इसमें प्रस्तुत आंकड़े और विश्लेषण लेखक की राय पर आधारित हैं और यह निवेश सलाह नहीं है। निवेश करने से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। शेयर (Share) बाजार में निवेश जोखिम भरा हो सकता है, इसलिए अपने निर्णयों को सावधानीपूर्वक और उचित जानकारी के आधार पर लें। लेखक या वेबसाइट इस ब्लॉग के कारण होने वाले किसी भी नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। हम किसी भी शेयर (Share) को खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं।